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मैं मूँछ हूँ शायद

मैं मूँछ हूँ शायद अकारण ही महत्व ढूढ़ रहा हूँ शायद मैं हवा हूँ मानसपटल के झरोखे से होते हुए सरक लेता हूँ शायद अस्तित्व का झूठा स्तंभ हूँ अच्छी यादों को विलय करने वाला कोई रसायन हूँ शायद वजह नहीं बेवजह हूँ शायद मैं रफ़्तार कम करने वाला ब्रेक हूँ शायद शायद प्रगति के राह का पत्थर उत्थान में पतन का छवि हूँ शायद शायद वर्त्तमान में अतीत का किस्सा हूँ अकारण ही महत्व ढूँढ़ रहा हूँ शायद अच्छे पलों के बारिश में धुल जाने वाली बुरी  याद हूँ मैं